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निबंध

उत्साह - रामचंद्र शुक्ल
  सृजन तिथि :
दुःख के वर्ग में जो स्थान भय का है, आनंद वर्ग में वही स्थान उत्साह का है। भय में हम प्रस्तुत कठिन स्थिति के निश्चय से
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
  सृजन तिथि : 1884
आज बड़े आनन्द का दिन है कि छोटे से नगर बलिया में हम इतने मनुष्यों को एक बड़े उत्साह से एक स्थान पर देखते हैं। इस अभागे आ
विश्वगुरु बनने की राह पर भारत - रतन कुमार अगरवाला
  सृजन तिथि : 12 जुलाई, 2021
भारत सदा ही विश्वगुरु रहा है जिसका केंद्र बिंदु आध्यात्म रहा है। अध्ययन, आराध्य और आध्यात्म का समायोजन भारत को फिर
ओटीटी (ओवर-द-टॉप): एंटरटेनमेंट का नया प्लेटफॉर्म - सलिल सरोज
  सृजन तिथि : 22 जुलाई, 2021
ओवर-द-टॉप (ओटीटी) मीडिया सेवा ऑनलाइन सामग्री प्रदाता है जो स्ट्रीमिंग मीडिया को एक स्टैंडअलोन उत्पाद के रूप में पे
लॉकडाउन और बढ़ती बेरोज़गारी - संस्कृती शाबा गावकर
  सृजन तिथि : सितम्बर, 2020
क्या कोरोना के फैलने के ख़ौफ़ से देशभर में लॉकडाउन की स्थिति पैदा कर बेरोज़गारी को जन्म दिया? दुनियाभर में फैले कोरोन
ह्यूमर उर्फ़ हास्य - अमृत 'शिवोहम्'
  सृजन तिथि : 30 दिसम्बर, 2020
ह्यूमर; जी हाँ यही वह शब्द है जो सदा से प्रचलन में तो है, मगर जिसके बारे में अभी तक ज़्यादा लिखा नहीं गया है। अंग्रेजी
शिक्षित बेरोज़गारी की समस्या - संस्कृती शाबा गावकर
  सृजन तिथि : मई, 2021
"तड़प रही है भूखी जनता, विकल मनुजता सारी। भटक रहे है नवयुवक देश के, लिए उपाधियाँ भारी॥ काम नहीं, हो रहे निकम्मे, भारत क

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