देशभक्ति / सुविचार / प्रेम / प्रेरक / माँ / स्त्री / जीवन
है थोड़ी दूर अभी सपनों का नगर अपना,
मुसाफ़िरो अभी बाक़ी है कुछ सफ़र अपना।

– जावेद अख़्तर
            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें