भट्टी की
धधक रही
आग हुआ मौसम!
हवाएँ हैं,
लपट है,
लू है!
गर्म तवे
सी तपती
भू है!
ॠतुओं के
दामन पे
दाग हुआ मौसम!
प्यासे हैं
नदी और
झरने!
पेड़, पात,
फूल लगे
डरने!
आग उगलता
रवि
घाघ हुआ मौसम!
चंद्रपुर गर्म
जम्मू ठंडा!
कुआँ पहने
तावीज गंडा!
जिला, प्रदेश
और संभाग
हुआ मौसम!
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