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आँखों में आँसू होठों पे नग़्मा (शेर)

आँखों में आँसू होठों पे नग़्मा दिल में उदासी,
होगी क्या इससे बुरी हालात यही सोचता हूँ।


रचनाकार : पारो शैवलिनी
लेखन तिथि : 2021
स्रोत :
ग़ज़ल - यही सोचता हूँ
अरकान : मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन
तक़ती : 1222 1222 1222 122
            

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