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बादल मगन हो गए (नवगीत)

बरसता पानी ख़ूब,
बादल मगन हो गए।

हैं कर रहीं
लहरें उत्पात।
पावस की हुई
बहुत बिसात॥

उजड़ जाए है ऊब,
बादल मगन हो गए।

धरा हो गई
पानी-पानी।
मेघ लिख रहे
एक कहानी॥

घाट सभी गए डूब,
बादल मगन हो गए।


लेखन तिथि : 30 अगस्त, 2022
            

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