दी अगर सबने ढिलाई,
क्यों नहीं करते भलाई।
लोग केवल ढूँढ़ते हैं,
अब भलाई में बुराई।
जन्म दिन में दीजिएगा,
ढेर सी उनको बधाई।
जो शहर औ घर जला दे,
नाम है दीया-सलाई।
गर बुरा है कह दिया तो,
आ रही मुझको रुलाई।
वो महीना जून का था,
यह महीना है जुलाई।
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