आज मुझे हुआ एहसास,
मैंने किया नहीं प्रयास।
कल तक मैं था बड़ा महान,
आज बन गया हूँ अंजान।
क़िस्मत ने भी छोड़ा हाथ,
केवल असफलता मेरे साथ।
क्या करूँ, मैं किसे बताऊँ,
कौन समझेगा दिल की बात।
आज मुझे हुआ एहसास,
मैंने किया नहीं प्रयास।
रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें