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जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि (कविता)

तीनों सेनाओं की संभाली थी कमान, नाम था उनका विपिन रावत,
खो दिया राष्ट्र ने एक महान सपूत, एक युग का मानों हो गया अंत।
दुःखी है आज हर देशवासी का अंतर्मन, दे रहा आँसुओं से श्रद्धांजलि,
झुकी-झुकी सी है राष्ट्र में आज, उनके सम्मान में हर बन्दुक की नली।

सेना में जिन्होंने दिलाया, महिलाओं को भी गौरव स्थान,
कश्मीर में आतंकवाद के विरुद्ध, थामी थी जिन्होंने साहस भारी कमान।
सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक को जिन्होंने, दिया बखूबी अंजाम,
पूरा भारत देश कर रहा आज, अपने दिवंगत विपिन रावत को सलाम।

राष्ट्र को हुई है आज अतुलनीय क्षति, हर देशवासी को है इस का ग़म,
राष्ट्र कर रहा आज इस सपूत को, अंतर्मन से नमन।
मिले उन्हें स्वर्ग में स्वर्णिम स्थान, यही करता है राष्ट्र आज अर्चना,
हिम्मत दे राष्ट्र को इस दुःख की घड़ी में, करता हूँ यही प्रार्थना।


लेखन तिथि : 8 दिसम्बर, 2021
भारत के पहले रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का 8 दिसम्बर, 2021 को तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हैैैलीकाॅप्टर दुर्घटनाग्रस्त होकर मृत्यु हो गई। पुरे भारतवर्ष को उनकी इस आकस्मिक मृत्यु से अपार क्षति हुई है। भारत की सामरिक व्यवस्था को यह एक बहुत बड़ा आघात है।

यह कविता राष्ट्र के इस महान वीर सपूत को सादर समर्पित है।
            

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