इन वादियों में आकर दिल मेरा बहल गया,
बहार देखकर हर तरफ़, मेरा मन मचल गया।
इन वादियों में...
रंग बिरंगे पुष्पों को चूम तितलियाँ उड़ गई,
रातभर बन्द भँवरा कुमुदिनी छोड़ उड़ गया।
इन वादियों में...
किरणें जो निकली, कुमुदिनी खिल गई
सुवास जो बिखरी चमन में, पवन उड़ा ले गया।
इन वादियों में...
मन राधा का बावरा हुआ, प्रिय की स्मृति हुई,
वो बावला निष्ठुर, बावली का मन ले गया।
इन वादियों में...
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