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जीवन आपाधापी है (नवगीत)

जीवन
आपाधापी है!

अलापेंगे
अपनी राग!
हुई व्यर्थ की
दौड़ भाग!!

वैभवशाली
पापी है!

चुप अख़बारों
की सुर्खी!
ख़ुशियों की
होती कुर्की!!

यार हुआ
संतापी है!


लेखन तिथि : 2019
            

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