देशभक्ति / सुविचार / प्रेम / प्रेरक / माँ / स्त्री / जीवन

प्यास (कविता) Editior's Choice

ज़िंदगी के रास्ते पर चलते हुए
अचानक एक दिन प्रतिरोध आता है
विपतियों का पहाड़ टूट पड़ता है
ऐसे समय में यह निश्चय कर पाना
कि हमारा जीवन
विभीषिकाओं के जंगल में जल रहा है
हमारे संघर्षों की प्यास बढ़ जाती है।


लेखन तिथि : दिसम्बर, 2022
            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें