मैं बहुत व्यस्त हूँ, या मेरे पास समय नहीं है, क्या ये वाक्य हमारे जीवन में बाधक है?
यह एक बहुत ही दिलचस्प सवाल और समस्या है, क्योंकि आजकल आपको हर इंसान यही कहता मिलेगा कि मेरे पास समय नहीं है। पता नहीं जैसे विश्व के सफलतम और बडे़-बडे़ व्यक्तियों के पास तो दिन के 48 घंटे का समय होता है। यह एक ऐसी समस्या है जिसका समाधान भी हमारे पास ही होता है। लेकिन हम उससे बच निकलना चाहते हैं।
हम अक्सर कहते हैं मेरे पास समय नहीं है। हम आज से ही इस आदत को बदलते हैं और एक छोटा सा बदलाव लाते हैं और अपने आप से कहना शुरू करते हैं मेरे पास बहुत समय है।
हमारे पास समय की कमी हमेशा होती है, क्योंकि हमें समय को व्यवस्थित करना नहीं आता। हर वक़्त समय न होने का रोना रोते रहते हैं, क्योंकि समय प्रबंधन ज़िंदगी में कभी सीखा ही नहीं। हमेशा ऐसी अवस्था में रहते हैं जैसे व्यस्त बिना कार्य के।
ऐसा भी नहीं है कि हम हर वक़्त व्यस्त रहते हैं। काफ़ी समय मैंने देखा है कि अपने को व्यस्त बताना जैसे एक प्रतिष्ठा का प्रतीक हो गया है। लोग ऐसा ख़ुद से बोलकर कितना सुकून महसूस करते हैं। असल में ऐसा बोलकर हम ख़ुद से भाग रहे होते हैं। और यही आदत हमारे जीवन में एक रोडा़ अटकाने का कार्य करती है।
दुनिया में हर इंसान के पास 24 घंटे ही है। दुनिया के अधिकतम बड़े आदमी जैसे कि प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सारे जाने माने उद्योगपति अंबानी, टाटा, बिरला, कुमार मंगलम आदि सभी के पास सिर्फ़ 24 घंटे ही उपलब्ध हैं, लेकिन वो सब लोग अपने समय का समुचित सदुपयोग अपनी कार्य क्षमताओं, प्रतिभा, ज्ञान और अपनी रुचि के हिसाब से करते हैं। जो लोग समय प्रबंधन को सीखकर उसको अमल में ले आते हैं उन्नति उनके क़दम छूती जाती है। और वो लोग ज़िंदगी में आगे बढ़ जाते हैं।
हम लोग हर वक़्त अपने समय के लिए कितना रोते रहते हैं। जबकि समय हमेशा होता है। सिर्फ़ यह हमारी प्राथमिकता पर निर्भर करता है कि हम किस कार्य के लिए उत्साहित हैं या उदासीन हैं। हम अक्सर पाते हैं कि जिस कार्य और रुचि में हमें आनंदभूति प्राप्त होती है उसके लिए हम हमेशा किसी ना किसी रूप में समय को व्यवस्थित कर ही लेते हैं।
तो आज ही अपने आप से वादा करें कि आप अपने समय का सही सदुपयोग अपने कार्य क्षेत्र की उत्पादकता और अपनी रुचि के लिए करेंगे।
किसी को भी अपना समय बर्बाद मत करने दें। हम देखगे कि हम बहुत सा समय सोशल मीडिया एप्प, सास बहू सीरियल, क्रिकेट मैच, पुरानी बातों को सोचने में ही बेकार कर देते हैं। समय का सही उपयोग अपने कार्य क्षेत्र के अलावा अपनी पंसदीदा रुचि और गृह कार्य के लिए निकालें और समय का भरपूर लुत्फ़ उठाएँ। समय का भरपूर सदुपयोग करें और उसको व्यवस्थित करना सीखें और हमेशा बोलें कि मेरे पास समय ही समय है। यानी अपने समय के मालिक ख़ुद बनें।
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