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सुभाष चन्द्र बोस (कविता)

ऐ! स्वतंत्रता के मतवाले,
तुमको मेरा शत् शत् प्रणाम।
ऐ! भारत माँ के रखवाले,
तुमको मेरा शत् शत् प्रणाम।

आज़ाद हिंद सेना के नायक,
भारत माता के वीर पूत।
ऐ! शौर्यपुत्र नेता सुभाष,
युग पुरुष कहूँ या देवदूत।

अंग्रेज हुकूमत काँप उठी,
इस दीवाने का शौर्य देख।
भारत माता भी गर्वित हैं,
माँ प्रभावती की धन्य कोख।

देख जोश दीवानापन,
साहस भी जिनसे डरता था।
प्रेरित हो हर भारतवासी,
सीने में हिम्मत भरता था।

ख़ून मुझे तुम दे दो यारों,
आज़ादी मैं दे दूँगा।
भारत माँ की लाज बचाने,
प्राण निछावर कर दूँगा।

स्वतंत्रता के वीर व्रती,
श्री सुभाष जी वीर महान।
ऐ! आज़ादी के दीवाने,
तुमको मेरा शत् शत् प्रणाम।


लेखन तिथि : 23 जनवरी, 2022
            

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