कर रहा माघ
स्वागत-
ॠतुराज का।
टेसू, सेमल,
गुलमोहर।
होता है लुब्ध
हर बशर।।
कोयल बाँचे
समाचार-
आज का।
आम्रकुंज हैं
झूम रहे।
खजूर नभ को
चूम रहे।।
चर्चा सरसों के
नख़रे-
नाज़ का।
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