अजय कुमार 'अजेय'
अजय कुमार गुप्ता
अजेय
22 दिसम्बर, 1964
एटा | उत्तर प्रदेश | भारत
एटा | उत्तर प्रदेश | भारत
बारे में
अजय कुमार गुप्ता का जन्म २२ दिसम्बर १९६४ को जलेसर ज़िला एटा में हुआ। जलेसर एक पौराणिक नगरी है। द्वापर युग में जरासंध यहाँ के राजा थे जिनका कई बार कृष्ण से युद्ध हुआ था। भारतवर्ष में जलेसर एकमात्र नगर हैं जहाँ का उत्पाद पीतल के घंटे घंटी एंव घुँघरू हैं और जो विश्व प्रसिद्ध है।
अजय कुमार गुप्ता स्व॰ श्री सुभाषचन्द्र गुप्ता (नेताजी) एवं श्रीमती कमलेश कुमारी के ज्येष्ठ पुत्र एवं स्व.श्री राजा राम के दसबीं पीढ़ी के वंशज हैं।
उनके पितामह श्री रामलाल आर्य सत्यनिष्ठ एंव पक्के आर्यसमाजी थे। प्रख्यात साहित्यकार बाबू गुलाब राय पुत्र भवानी प्रसाद दीवान भी राजा राम के सातवीं पीढ़ी के वंशज थे। अतः अजय गुप्ता में वंशानुगत साहित्य संस्कार है।
अजय कुमार गुप्ता ने आगरा विश्वविद्यालय से सन १९८३ में बी॰काम॰ एंव १९८६ में एल॰एल॰बी की शिक्षा प्राप्त की तत्पश्चात अपने पैतृक व्यापार घुँघरू घंटा घंटी के उत्पादन में व्यस्त हो गए।
सन् १९९१ में उनका विवाह सतीश गुप्ता एवं कुसुम गुप्ता की पुत्री राखी गुप्ता से हुआ जिनसे दो पुत्री शुभांगी एंव श्रेया का जन्म हुआ।
अजय कुमार गुप्ता अपने अध्ययन काल से ही कविता लेखन का शौक़ है जो सन २०१५ में सोशल मीडिया में उनके प्रवेश के साथ प्रकाश में आया और जो निरंतर निखार की ओर अग्रसर है।
अजय कुमार गुप्ता 'अजेय' उपनाम से कविता लेखन करके सामाजिक जागृति संदेश पारेषित करते रहते है और अब तक विभिन्न विषयों पर शताधिक कविताएँ, दोहे, मुक्तक इत्यादि लिख चुके हैं। सोशल मीडिया पर त्वरित प्रतिक्रिया दोहा छंद मुक्तक में देना उनका स्वभाव है जिससे उनकी काव्य आराधना प्रखर हुई।
अजय कुमार गुप्ता विभिन्न काव्य सम्मेलनों में भाग लेते रहते है। उनकी लिखी रचनाएँ सोशल मीडिया के मंचो पर प्रकाशित होती रहती है। उनका काव्यसंग्रह प्रकाशनाधीन है।
अंतरराष्ट्रीय काव्यप्रेमी मंच के पटल पर आहूत शताधिक वैश्विक कवियों के बीच दो काव्यपाठ क्रमशः बर्ड बुक ऑफ रिकाड लंदन एंव गोल्डन बर्ड बुक में विश्व रिकॉर्ड के रुप में दर्ज हो चुके है।
विभिन्न काव्य मंचो पर उनकी काव्य जागृति को सराहा एंव पुरस्कृत किया गया है।
वे विभिन्न सामाजिक एवं व्यापारिक संगठन में सम्मानित पदों पर रहते हुए सामाजिक कार्यो में संलग्न है एंव नियमित ब्लड डाॅनर है।