१
आज मैं अकेला हूँ
अकेले रहा नहीं जाता।
२
जीवन मिला है यह
रतन मिला है यह
धूल में
कि
फूल में
मिला है
तो
मिला है यह
मोल-तोल इस का
अकेले कहा नहीं जाता।
३
सुख आए दुख आए
दिन आए रात आए
फूल में
कि
धूल में
आए
जैसे
जब आए
सुख दुख एक भी
अकेले सहा नहीं जाता।
४
चरण है चलता हूँ
चलता हूँ चलता हूँ
फूल में
कि
धूल में
चलाता
मन
चलता हूँ
ओखी धार दिन की
अकेले बहा नहीं जाता।

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