आशा (उद्धरण)

आशा निर्बलता से उत्पन्न होती है,
पर उसके गर्भ से शक्ति का जन्म होता है।


रचनाकार : प्रेमचंद
यह पृष्ठ 182 बार देखा गया है
×

अगली रचना

अतीत


पिछली रचना

ग़लती करना उतना ग़लत नहीं...
कुछ संबंधित रचनाएँ


इनकी रचनाएँ पढ़िए

साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है। आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।

            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें