भाए जो निगाह को वही रंग अच्छा (रुबाई)

भाए जो निगाह को वही रंग अच्छा
लाए जो राह पर वही ढंग अच्छा
क़ुरआन-ओ-नमाज़ से अगर दिल न हो गर्म
हंगाम-ए-रक़्स-ओ-मुतरिब-ओ-चंग अच्छा


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