साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3561
पिथौरागढ़, उत्तराखण्ड
1971
पिछले दो-तीन दिन से बेटा नहीं कर रहा सीधे मुँह बात मुझे बहुत याद आ रहे हैं अपने माता-पिता और उनका दुःख देखो ना! कितने साल लग गए मुझे उस दुःख की तासीर समझने में।
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