हाल है ये अब बुरा अब बुरी हर शय लगे (शेर)

हाल है ये अब बुरा अब बुरी हर शय लगे,
बिन तिरे महफ़िल बुरी ठीक पर ये मय लगे।


लेखन तिथि : 9 अक्टूबर, 2021
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अरकान : फ़ाइलातुन फ़ाइलुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
तक़ती : 2122 212 2122 212
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