जनगणित (कविता)

ईसाईयत और रोम के बीच क्या संबंध है
यह पता लगाने में मेरे तीन घंटे बरबाद हो गए
लेकिन इस बात पर आप हँसते हुए न जाएँ
क्योंकि जन और जनतंत्र के बीच संबंध तलाश करने में
मैं अपनी आधी उम्र गँवा चुका हूँ
गणमान्य लोगों के ज़्यादातर काम
गणतंत्र के मार्फ़त हो जाते हैं
और सभ्य समाज में
गणशक्ति अणुशक्ति से बड़ी होती है
छोटे-छोटे गणनायक भी
जिनके गण ठीक-ठीक जगहों पर लगे हों
जानते हैं
गणतंत्र के सहारे जन और जनतंत्र को हराया जा सकता है
यह गणना शताब्दियों की कल्पना के विरुद्ध
एक यातना की तरह खड़ी है
जूतों की अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी के आयोजकों से
क्या रिश्ता हो सकता है एक मोची का
एक कवि का क्या रिश्ता हो सकता है
पुस्तक मेलों से।


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