काश मैं भी एक टेडी बीयर होता (कविता)

काश मैं भी एक टेडी बीयर होता
साल में एक दिन ही सही मगर सब का डियर होता,
सब देते मुझे अपने दिल में जगह
सबको मुझे खोने का फियर होता।

मुझे भी गले से लगाकर सब झूमते
सबकी आँखों में ख़ुशी का टीयर होता,
सब लुटाते मुझ पर प्यार अपना
काश मैं भी एक टेडी बीयर होता।

सब चाहते मुझे अपने पास रखना
और मैं सबके नियर होता,
साल में कम से कम एक दिन ही सही
काश मैं भी एक टेडी बीयर होता।

ऊपर वाले के रहम से
मेरे लिए भी कोई ईयर होता,
ख़ूब मनाता वैलेंटाइन डे मैं भी
काश मैं भी एक टेडी बीयर होता।


रचनाकार : आशीष कुमार
लेखन तिथि : 5 फ़रवरी, 2022
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