साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3292
सीतापुर, उत्तर प्रदेश | 1889 - 1934
मिलना किस काम का अगर दिल न मिले चलना बेकार है जो मंज़िल न मिले वस्त-ए-दरिया में ग़र्क़ होना बेहतर उस कि नज़र में आ के साहिल न मिले
अगली रचना
साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है। आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।
रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें