नवरात्रि: वैज्ञानिक महत्व (कविता)

भारत धार्मिक त्यौहारों का देश,
सामाजिक सांस्कृतिक परिवेश।
गूढ़ रहस्य तथा ज्ञान से परिपूर्ण,
वेद, पुराण ग्रंथ में लिखे उपदेश।

तीज त्यौहार धूमधाम से मनाते,
होली दिवाली तीज व नवरात्रे।
यह पर्व वैज्ञानिक आधार लिए,
जनकल्याण हेतु प्रतिवर्ष आते।

नवरात्रि पर्व का पावन समय,
ऋतु परिवर्तन से स्वास्थ्य क्षय।
शारीरिक तथा मानसिक कष्ट,
दुख भरे जीवन में आती प्रलय।

उदर संबंधी कष्टों से मुक्ति हेतु,
फलहारी करें शमित राहु केतु।
कपूर से हवन करे वायु शोधन,
मानव ईश्वर मध्य व्रत बने सेतु।

स्वर तरंगे उत्पन्न हों मंत्र जाप से,
मुक्त वातावरण विषाणु श्राप से।
हृदय असीम सुख व शांति पाता,
मुक्ति पा जाता जन्मों के पाप से।

विज्ञान की कसौटी पर रहा खरा,
धर्म-अध्यात्म ज्ञान दर्शन से भरा।
निज संस्कृति में दिव्यता समाहित,
जप तप साधना कर मानव तरा।।


रचनाकार : सीमा 'वर्णिका'
लेखन तिथि : 9 अक्टूबर, 2021
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