जैसे अन्न
भूख के लिए
नदी पानी के लिए
पानी ज़िंदगी के लिए
ज़िंदगी तुम्हारे लिए
तुम्हारी बाँहें
सुकून के लिए
तुम कविता के लिए
रात नींद के लिए
नींद रात के लिए
वैसे हमारी सभ्यता के लिए
नींद और कविता
सबसे निर्दोष कोशिश है।
साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है।
आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।