साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3561
शाजापुर, मध्य प्रदेश
1922 - 2000
जब तुम मुझे अपमानित करते हो। तब तुम मेरे निकष होते हो। प्रभु से प्रार्थना है। वह तुम्हें निकष ही रखे।
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