प्याज और लहसुन (क्षणिका)

सरकार नें खींचा
अर्थव्यवस्था का
कैसा ख़ाका।
प्याज और लहसुन
ने डाला जनता की
जेब में डाका।।


लेखन तिथि : 15 अक्टूबर, 2019
यह पृष्ठ 26 बार देखा गया है
×
आगे रचना नहीं है


पिछली रचना

पगड़ी
कुछ संबंधित रचनाएँ


इनकी रचनाएँ पढ़िए

साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है। आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।

            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें