सौभाग्य (कविता)

एकमुश्त
शरीर का दर्द महसूस करना
जैसे घर लौटना हुआ

आत्मा की उदासी देखना
जैसे प्रियजन से मिलना हुआ।


रचनाकार : शुभा
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