सफलता यदि छत है
तो असफलताएँ
उसकी सीढ़ियाँ
खोकर तुमने जो पाया है
देख उसे, आगे बढ़ेंगी
आने वाली पीढ़ियाँ
आसमाँ बड़ा है
मुश्किलों का पहाड़ खड़ा है
पर कहाँ हार मानेगीं 'सृजन'
उम्मीदों से भरी आसमान में
उड़ने वाली चिड़ियाँ।
साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है।
आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।