उपवास (कविता)

नवरात्रि में उपवास का अनुष्ठान,
माँ दुर्गा से शक्ति का मिले वरदान।
शारीरिक मानसिक बल मिलता,
नवरात्रि में व्रत का धार्मिक विधान।

उपवास व ध्यान से बढ़ता सत्त्व,
शांति व प्रसन्नता देने वाला तत्व।
सात्विक ऊर्जा मन सशक्त करे,
मिले असीम शांति मिटे अज्ञत्व।

उपवास से तन मन हल्का होकर,
ऊर्जावान बनता आलस खोकर।
कार्य कुशलता में है वृद्धि करता,
सुख देती कामनाएँ पूर्ण हो कर।

उपवास से प्रार्थना की बढ़े शक्ति,
परमेश्वर के प्रति गहरी आसक्ति।
शरीर व अंतःकरण की शुद्धि से,
प्रेममय व सहज हो जाती भक्ति।

धर्म अध्यात्म में उपवास एक यंत्र,
ध्यान एकाग्रता से सिद्ध होते मंत्र।
विषाक्त तत्वों को निष्कासित कर,
बने उपवास एक प्रभावशाली तंत्र।।


रचनाकार : सीमा 'वर्णिका'
लेखन तिथि : 8 अक्टूबर, 2021
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