यम कुबेर की पूजा (नवगीत)

धनतेरस में होगी
यम कुबेर
की पूजा।

खरींदें वाहन
चाँदी, सोना।
महल का जगमग
कोना-कोना।।

नक्षत्रों में
हुआ है
पुष्य नक्षत्र अदूजा।

शनिदेव पुष्य के
दिशा प्रतिनिधि।
विक्रेता जानें इस
दिन की विधि।।

बृहस्पति की तो
शुभता, बुद्धि
लगें तनूजा।


लेखन तिथि : 18 अक्टूबर, 2019
यह पृष्ठ 206 बार देखा गया है
×

अगली रचना

बहुत रास आया


पिछली रचना

गलने वाले दीप
कुछ संबंधित रचनाएँ


इनकी रचनाएँ पढ़िए

साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है। आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।

            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें